आज धरती माँ भी आशीर्वाद देरहिं होंगी ...
अरसों बाद आज वो भी आराम कर रहीं होंगी !
नहीं होता कभी बंद दिन-रात वाहनों का आना जाना..
बंद है पहियों की रगड़ ,धरती माँ भी आज आराम कर रहीं होंगी !
नहीं होता कभी बंद दिन रात धरती का खुदना...
बंद है खुदन की कम्पन, धरती माँ भी आज आराम कर रहीं
होंगी!
धरती माँ के प्रति सूंदर कल्पना
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