*असत्य पर सत्य की जीत*
*सदा ही होती हे,*
*असत्य कितना भी बलवान क्यों ना हो*
*जीत सदा सत्य की होती हे,*
*असत्य जो बोलता हे*
*वो होता हेपहले बहुत खुश*
*फिर जीवन भर रोता हे,*
*सत्य जो बोलता हे*
*वो होता हे पहले दुखी*
*फिर जीवन भर खुश रहता हे,*
*सत्यता जीवन की वो पूंजी हे*
*जो जन्म जन्मांतर साथ होती हे,*
*बहुत ही साहस चाहिए होता हे*
*सत्य की राह पर चलने के लिए*
*सत्यता की राह पर चलना*
*बहुत ही कठिन होता हे,*
*क्यूंकि सत्य बोलने वाले को*
*सदा अकेला ही चलना होता हे,*
*सत्य कड़वा होता हे*
*इसलिए अपनो को दूर कर देता हे*
*असत्यता जीवन को कमजोर करती हे*
*सत्यता जीवन में साहस लाती हे,*
*असत्य बोल कर डर डर के रहने से*
*अच्छा तो सत्य बोल कर निडर रहो...*
*सत्य बोलने वाले को लोग*
*मुंहफट, मुजोर ना जाने क्या क्या बोलते हे,*
*क्यूंकि लोगो को सत्य सुनना चुभता हे,*
*वो सिर्फ जो वो सोचते हे*
*सिर्फ वो ही सुनना चाहते हे*
*क्यूंकि वो लोग सदा असत्याता पर चलते हे*
*इसलिए वो सत्य सुन नहीं पाते,*
*और बाद मे पछताते हे*
*क्यूंकि असत्य पर सत्य की सदा जीत होती हे*