Saturday, 16 October 2021

असत्य पर सत्य की जीत

*असत्य पर सत्य की जीत*
*सदा ही होती हे,*
*असत्य कितना भी बलवान क्यों ना हो*
*जीत सदा सत्य की होती हे,*
*असत्य जो बोलता हे* 
*वो होता हेपहले बहुत खुश*
*फिर जीवन भर रोता हे,*
*सत्य जो बोलता हे*
*वो होता हे पहले दुखी*
*फिर जीवन भर खुश रहता हे,*
*सत्यता जीवन की वो पूंजी हे*
*जो जन्म जन्मांतर साथ होती हे,*
*बहुत ही साहस चाहिए होता हे*
*सत्य की राह पर चलने के लिए*
*सत्यता की राह पर चलना*
*बहुत ही कठिन होता हे,*
*क्यूंकि सत्य बोलने वाले को*
*सदा अकेला ही चलना होता हे,*
*सत्य कड़वा होता हे*
*इसलिए अपनो को दूर कर देता हे*
*असत्यता जीवन को कमजोर करती हे*
*सत्यता जीवन में साहस लाती हे,*
*असत्य बोल कर डर डर के रहने से* 
*अच्छा तो सत्य बोल कर निडर रहो...*
*सत्य बोलने वाले को लोग*
*मुंहफट, मुजोर ना जाने क्या क्या बोलते हे,*
*क्यूंकि लोगो को सत्य सुनना चुभता हे,*
*वो सिर्फ जो वो सोचते हे* 
*सिर्फ वो ही सुनना चाहते हे*
*क्यूंकि वो लोग सदा असत्याता पर चलते हे*
*इसलिए वो सत्य सुन नहीं पाते,*
*और बाद मे पछताते हे*
*क्यूंकि असत्य पर सत्य की सदा जीत होती हे*

Monday, 11 October 2021

सरल व्यक्ति

*जो सरल है, वह मन को भाता है..*
*जिस व्यक्ति का स्वभाव सरल  होता है,*
*वह बाहर-भीतर एक-जैसा ही होता है..*
*ना ही वह किसी भी प्रकार की बनावट,* 
*ना छल-कपट और ना ही वह*
 *कुटिलता से किसी से व्यवहार करता है...*
*स्पष्टवादी, सच्चा और भोलापन,*
*पहचान हे सरल व्यक्ति की,*
*सरलता एक महान गुण है,*
*जो व्यक्ति जितना सरल होता है*
*उतना ही  वो अपने जीवन में*
*आने वाली हर परिस्थिति को सरलता* 
*व सहजता से पार कर लेता है,*
*सरल स्वभाव एक सरल रेखा की तरह* 
*सीधा मार्ग होता है जिसमें कोई घुमाव,* 
*छिपाव या जटिलता नहीं होती*
*वो हर बात को सकारात्मक*
*दृष्टिकोण से देखता है,*
*उसका नजरिया कल्याणकारी होता है ,*
*वो शुद्ध भाव से अपने चिंतन के*
*अनुसार आचरण करता है ।*

Friday, 8 October 2021

नवरात्रि

*स्थापना तेरी करते मां ,*
*हर्ष और उल्लास से..*
*तेरी पूजा हर दिन करते,*
*बड़े ही प्यार से...*
*एक शारदीय दूसरी चैत्र,*
*और दो होती है गुप्त नवरात्रि..*
*सालभर में चार बार आती हो मां,*
*करके शेर की सवारी..*

*पर्वतराज हिमालय के घर*
*जन्मी माता शैलपुत्री,*
*नवरात्रि के प्रथम दिवस पर*
*पूजी जाती शैलपुत्री माता..*

*बड़ी हुई माता शैलपुत्री ,*
*हजारो वर्षों तक कठिन तपस्या की...*
*कठोर तपस्या करने पर नाम पड़ा*
*माता ब्रह्मचारिणी,*
*नवरात्रि के दूसरे दिवस पर*
*पूजी जाती है ब्रह्मचारिणी माता...*

*असुरों का नाश करने*
*रूप लिया मां चंद्रघंटा का,*
*नवरात्री के तीसरे दिन पर*
*पूजी जाती चंद्रघंटा माता ..*

*जब सृष्टि नहीं थी*
*चारों ओर अंधकार था,*
*अपने तेज से दसों दिशाओं*
*को प्रकाश दिया..*
*नवरात्रि के चौथे दिन पर*
*पूजी जाती कुष्मांडा माता..*

*तारकासुर का वध करने जन्म हुआ*
*स्कंद कुमार कार्तिकेय का,*
*तब नाम पड़ा स्कंदमाता..*
*नवरात्रि के पांचवे दिन पर*
*पूजी जाती स्कंदमाता..*

*महर्षि कात्यायन ने जगदम्बा को*
*पुत्री के रूप में पाने के लिए,*
*हजारों वर्षों तक कठिन तपस्या की..*
*फिर जन्म हुआ जगदंबा का*
*नाम पड़ा कात्यायनी माता..*
*नवरात्रि के छठे दिन पर*
*पूजी जाती कात्यायनी माता..*

*चंड—मुंड ,रक्तबीज राक्षसों का संहार करने,*
*रूप लिया कालरात्रि माता का..*
*नवरात्रि के सातवें दिन पर,*
*पूजी जाती कालरात्रि माता..*

*कन्या पूजन का विशेष महत्व,*
*होता नवरात्रि की अष्टमी को..*
*हर मनोकामना पूरी करती,*
*जय बोलो माता महागौरी को..*

*सभी प्रकार की सिद्धि* 
*प्रदान करती सिद्धिदात्री माता,*
*नवरात्रि के नौवें दिन पर*
*पूजी जाति सिद्धिदात्री माता..*

*आओ सब जन मिलकर जयकारा लगाए शेरावाली का*
 *बोलो सांचे दरबार की जय* 🙏🙏

आसान बनाओ

क्यू हे जिंदगी में इतनी मुश्किलें, क्या ये आसान नही हो सकती... सीधा सीधा सा जीना हे जीवन, फिर क्यू जिंदगी आसान नही लगती