Friday, 8 December 2017

Sachha Pyar

जब कोई सच्चा प्यार छोड़ कर जाता है,
बिना कुछ कहे जब वो दुर हो जाता है,
उसे आप धोखेबाज ना समझो,
वो आपसे ज्यादा आपको चाहता है,
और अकेले में आंसू बहाता है....
आपको सपने दिखा के यदि वो तोड़ जाता है,
आप उसे बेवफा ना समझो,
ये सोचो की वो आपके सपनों के साथ वो अपने सपनों को भी तोड़ जाता है...
जरूर कुछ मजबूरी होगी उसकी,
तभी वो अपनी जान को अकेला छोड़ आता है,
उसकी मजबूरी समझ के उसका साथ दो,ना कि उसे तड़पाओ,
कभी प्यार था तुम्हारा तुम ये ना भुलाओ....
उसकी मजबूरी समझो और उसका साथ दोस्त बन के निभाओ,
नहीं मिल सकते आप ज़िन्दगी भर के लिए...
तो कम से कम दोस्ती तो निभाओ ....

Wednesday, 6 December 2017

Matlabi Duniyaa...

वक़्त हमेशा ये ही बताए,
इस मतलब की दुनिया में तुम क्यों आए।
यहां सब अपना मतलब चाहे,
अपने ही बंजाते पराए।
जब काम रहे तो पास आए,
न जाती ना भेद पूछाएं।
उनको खूब गले लगाए,
जब काम पूरा हो जाए,तो फिर उन्हें दुर भगाए।
केसे है लोग पराए,
काम रहे तो भगवान पुजाए,काम पूरा होते ही भगवान भुलाए।
मतलब इंसान को इतना मतलबी बनाए,
की भगवान भी आज मतलब के लिए पूजे जाएं।

Tuesday, 5 December 2017

कोई करीब आरहा है.....

आज फिर कोई करीब आ रहा है,
ये दिल बहुत घबरा रहा है।
नहीं जानते थे हम की इतनी खुशियां है मेरे दामन में,
पर कोई मुझे वो खुशियां वापस लौटा रहा है।
आज वो दिन बहुत याद आ रहा है जब हम तन्हा थे,
पर आज वो तन्हाई दूर कर कोइ करीब आ रहा है।
रोया करते थे हम तन्हाइयों में, पर कोई आकर मेरे लबों पर मुस्कान ला रहा है।
डरते है हम की कई फिर से हमारी तकदीर हमसे रुसवा ना हो जाए,
मंजिल पर पहुंचने से पहले रास्ते ना खो जाए,
क्या है अच्छाई और क्या है बुराई ये हम नहीं जानते,
जानते हैं तो बस इतना कि हम उन्हें अपना मानते है।
फिर भी एक डर मुझे सता रहा है,
क्युकी आज फिर कोई करीब आ रहा है।
अब छोड़ के दुनिया चले भी जाए तो कोई गम नहीं होगा,
इतनी खुशियां जो कोई हमें देता जा रहा है।

आसान बनाओ

क्यू हे जिंदगी में इतनी मुश्किलें, क्या ये आसान नही हो सकती... सीधा सीधा सा जीना हे जीवन, फिर क्यू जिंदगी आसान नही लगती