वक़्त बीत रहा हैं,
पर तेरी याद नहीं जा रहीं,
"बाई" तू आज बड़ी याद आ रही..
याद आते हैं आज भी तेरी वो बाते,
तेरा डाटना फिर मेरे रूठने पे तेरा मुझे मनाना....
तेरे मनाने पे भी मेरा ना मानना..
फिर मुझे मनाने के लिए मेरी ज़िद्दी पूरी करना..
हर पल मेरी फ़िक्र तुझे हुआ करती थी..
क्या खाया क्या नहीं मैंने,
हर बात की खबर लिया करती थी..
आज भी याद है मुझे, व्रत करती थी मैं जब भी..
तू बड़ी मुश्किल से खाना खाती थी..
मुझे भूखा देख तेरी छाती भर आती थी...
तेरे पेट पे चिमटी लेने की आदत थी मेरी बचपन की..
बिन तेरे पेट सहलाए मुझे नींद भी कहां आती थी..
मां बन कर ही पाला मुझे बस कहने को तू दादी (बाई)थी..
मेरी डॉली का क्या होगा ये ही फिक्र तुझे हर पल खाती थी..
डॉली - कोमल, डॉली - कोमल करते तू कभी ना थकती थी..
हर पल हर वक़्त तू ख्याल मेरा बहुत रखती थी...
याद है आज भी वो दिन जब तू बहुत बीमार थी..
मैं तेरा हाथ पकड़े आंखो में आंसू लिए तेरे पास थी..
भगवान बस तेरी शादी दिखादे, बार- बार यही तू कह रही थी...
तीन दिन से कुछ ना खाया था तूने फिर भी मेरी फ़िक्र कर रही थी...
इतना प्यार करती थी मुझसे जैसे मेरे लिए जी रही थी..
मेरी शादी होते ही फिर से तू बीमार हुई😭😭
अब की बार तू छोड़ के सबको भगवान के बैकुंठ धाम गई...
कैसे बताऊं तुझे अब कि तेरे जाने से मुझपर क्या बीती थी..
एक तेरा जाने का ग़म, और उससे भी बड़ा तेरे अंतिम दर्शन ना कर पाने का ग़म, किस तरह दिल में छुपाए बैठी थी..
हर रोज हर पल हर वक़्त मुझे ये बात चुभती है..
क्यों नहीं थी मैं उस वक़्त तेरे पास ये बात मुझे हर पल खटकती है..
आज जब भी घर जाती हूं तो तेरी कमी बहुत लगती है..
घर के हर कोने में तू याद बहुत आती है..
वक़्त बीत रहा..
पर तेरी याद नहीं जा रही,
बाई तू आज याद बहुत आ रही...
आज जन्म दिन है तेरा फाल्गुन लगते छट का...
जहां भी है जन्म दिन मुबारक हो बाई..
आज तू बहुत याद आई.....
Touchy words
ReplyDeleteThank you 😥😭🙏
Deleteबहुत सुंदर वर्णन दादी जी का आशीर्वाद बना रहे
ReplyDeleteThank you 😥😭🙏
Deleteबहुत सुंदर वर्णन दादी जी का आशीर्वाद बना रहे
ReplyDeleteThank you 😥😭🙏
Deleteबहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteThank you 😥😭🙏
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